हम सब को हमेशा पाक व साफ़ यानी गुस्ल में रहना चाहिए पाक साफ़ रहने से आधा ईमान इसी से कायम रहता है और ऐसे कई काम हैं जो गुस्ल के बगैर नहीं हो सकती ऐसे में हम सब को Ghusal Ka Tarika मालूम होना चाहिए।
जिसे हम सही से गुस्ल व पाक साफ़ हो कर इबादत कर सकें और ईमान भी बरकरार रहे इसीलिए आप यहां पर ध्यान से पूरा पढ़ें और समझें जिसे आप सही से आसानी से गुस्ल करके ख़ुद को पाक व साफ़ रख सकें।
Ghusal Ka Tarika
- गुस्ल का नियत करना
- फिर गिट्टों तक हाथ धोना
- शर्मगाह को धोना
- बदन पर लगी निजासत धोना
- वुजू करना
- बदन पर पानी मलना
- दाहिने कंधे पर पानी बहाना
- बाएं कंधे पर पानी बहाना
- पुरे बदन पर पानी बहाना
- पांव को धोना
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#1. गुस्ल का नियत करना
पहले आपको चाहिए कि अपने दिल में गुस्ल का नियत और नहाने का इरादा करें फिर अपने जबान से बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहीम जरूर पढ़े।
इस बात का अपने दिल में ख्याल रखे कि मैं अपने अल्लाह तबारक व तआला कि रजा, इबादत और खुद के सवाब के खातिर नहा रहा हूं।
#2. फिर गट्टों तक हाथ धोना
इसके बाद सबसे जरूरी चीज है कि अपने दोनों हाथ को एक दूसरे हाथ की मदद से गिट्टों तक जरूर धोएं।
नजासत आपकी हाथों में लगी हो या ना लगी हो लेकीन अपने दोनों हाथ को कम से कम तीन मर्तबा जरूर धोए।
#3. शर्मगाह को धोना
अपने शर्मगाह यानि नाफ के निचले हिस्से को अच्छी तरह से धोएं चाहे शर्मगाह के जगह पर निजासत लगी हो या ना लगी हो।
#4. बदन पर लगी निजासत धोना
फिर अपने बदन के किसी भी हिस्से पर अगर निजासत लगी हो तो उसे भी अच्छे तरीके से पानी बहा कर धोएं।
#5. वुजू करना
यहां पर भी आपको सभी चीजें वुजू की तरह करना होता है लेकिन इसमें यह जरूरी नहीं है कि पैर धोए।
लेकिन आप चाहे तो धो सकते हैं इस वक्त कुल्ली और नाक में पानी अच्छे से चढ़ाएं।
#6. बदन पर पानी मलना
अपने हाथ से पूरे शरीर को हाथ फिरा फिरा कर अपने बदन के सभी हिस्सों में पानी पहुंचाकर जरूर मले।
खुसुसन जोड़ों का कोई भी हिस्सा छूट न जाए इसका ध्यान रखें।
#7. दाहिने कंधे पर पानी बहाना
अपने दाहिने कंधे पर कम से कम तीन बार जरूर पानी बढ़ाएं और अच्छे तरीके से उस हिस्से को मले।
#8. बाएं कंधे पर पानी बहाना
फिर बाएं कंधे पर कम से कम तीन बार पानी बहाएं और उस हिस्से को अच्छे तरीके से मलना चाहिए।
#9. पुरे बदन पर पानी बहाना
फिर अपने सर पर और पूरे बदन पर तीन बार पानी बहाएं और तमाम बदन के सभी हिस्से को खूब तरह से मले।
कोई भी हिस्सा बाल के बराबर भी धोने से बच ना जाए इसका जरूर ध्यान रखें।
#10. पांव को धोना
अपने नहाते वक्त यदि आप वजू के समय पांव नहीं धोए हैं तो आपको चाहिए कि आखिर में अपने दोनों पांव को अच्छे तरीके से मलकर जरूर धोएं।
इसके बाद साबुन वगैरह या कोई भी धोने की चीज इस्तेमाल कर सकते हैं।
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Napaki Mein Ghusal Ka Tarika
नापाकी में गुस्ल इस तरह से करें की अपने बदन पर लगी निजासत को हाथ के ज़रिए कम से कम तीन बार पानी से अच्छे तरीके से मल कर धोएं।
यदि निजासत हाथ में लगी हो तो सबसे पहले अपने हाथों को सही तरीके से धोए, फिर बदन का निजासत धोए, अगर निजासत लिबास या कोई कपड़े में लगा हो तो उसे अच्छे तरीके से निचोड़ निचोड़कर कम से कम तीन बार धोए।
इसे गुस्ल से पहले करें ऐसा ना करने से निजासत फैल जाता है ऐसा कहा गया है कि नहाने के सामान को भी नाजिस कर देता है।
अगर ऐसा करने से आप असहज महसूस कर रहे हैं तो आपको चाहिए कि किसी पाक कपडे पर गुस्ल करें इसके बाद की जानें वाली सभी बातें ऊपर बताई गई है उसी पर अमल करें।
अंतिम लफ्ज़
अब तक तो आप आसानी से गुस्ल करना सही से सिख ही गए होंगे हमने यहां पर एक एक स्टेप को अच्छे से डिटेल्स में बताने की कोशिश की जिसे आप आसानी से पढ़ कर समझ जाएं और अमल में भी लाएं।
अगर अभी भी आपके मन में कोई सवाल हो तो या फिर कहीं समझ न आ रही हो तो आप हमसे कॉमेंट करके ज़रूर पूछें हम जवाब जरूर इनायत करेंगे साथ ही जिन्हें अभी तक मालुम न हो उन्हें गुस्ल का तरीका जरूर बताएं।
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