Salam Karne Ka Sahi Tarika । सलाम करने का सही तरीका क्या है?

आज़ यहां पर आप एक बहुत ही खुबसूरत सुन्नत भरी इल्म यानी कि Salam Karne Ka Sahi Tarika जानेंगे जो हम सभी के लिए बहुत जरूरी है।

हम सभी को अपने मां-बाप, रिश्तेदार, दोस्त, अहबाब, तथा हर मोमीन से मिलने पर सलाम करना सुन्नत है ऐसे में सलाम का सही तरीका मालुम होना ही चाहिए।

जिसे हम किसी से मिलने पर सही तरीक़े से सलाम कर सकें या फिर सलाम का जवाब दे सकें इसीलिए आप यहां इस लेख को आख़िर तक ध्यान से पढ़ें और समझें।

Salam Karne Ka Sahi Tarika

सबसे पहले जब आप किसी से मिले या फिर देखें तो इस तरह से सलाम करें ‘अस्सलामु अलैकुम’ या फिर ‘अस्सलामु अलैकुम व रहमतुल्लाह व बरकातुहू’ ‘Assalamu Alaikum’ Ya Fir ‘Assalamu Alaikum Wa Rahmatullah Wa Barkatuhoo’ कहें।

सबसे दुरुस्त और अफ़ज़ल तरीक़ा इस्लामी ऐतबार से अस्सलामु अलैकुम व रहमतुल्लाह व बरकातुहू होता है इस की वजाहत हमने नीचे पेश की है।

इसी तरह अगर आप किसी के सलाम का जवाब देना चाहें तो इस तरह से जवाब दें ‘व अलैकुम अस्सलाम’ या फिर ‘व अलैकुम अस्सलाम व रहमतुल्लाह व बरकातुहू’ Wa Alaikum Assalam Ya Fir Wa Alaikum Assalam Wa Rahmatullah Wa Barkatuhoo.

यहां पर भी यानी सलाम की तरह जवाब में भी वा लैकुम अस्सलाम व रहमतुल्लाह व बरकातुहू कहना अफ़ज़ल और बेहतर है।

Salam Karne Ki Fazilat

  • हुजूर सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया जो पहले सलाम करता है वह तकब्बुर से बरी है।
  • एक हदीस के मुताबिक सलाम करने से दो मोमिनों के बीच मे दरमियान की मोहब्बत बढ़ती है।
  • हुज़ूर सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया जो पहले सलाम करे वो रहमते इलाही का ज्यादा मुस्तहक है।
  • जब तुम घरों पर जाओ तो अपनों को सलाम करो अल्लाह की तरफ से तहिय्यत है मुबारक पाकीज़ा।
  • हुज़ूर ने फ़रमाया खाना खिलाओ और जिसको पहचानते हो और नहीं पहचानते सबको सलाम करो।

Refrence: The Book of Greetings – Sunnah

सलाम का तरीक़ा से जुड़ी कुछ ख़ास हदीस

सही बुखारी व मुस्लिम में अबू हुरैरा रदियल्लाहु तआला अन्हुं से मरवी की रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया:

सवार पैदल को सलाम करे और चलने वाला बैठे को सलाम करे और थोड़े आदमी ज्यादा आदमियों को सलाम करे यानी जिस तरफ कम लोग हैं वो सलाम करें।

बुखारी की दूसरी रिवायत उन्हीं से ये है कि छोटा बड़े को सलाम करे और गुजरने वाला बैठे हुए को करे और थोड़ा ज्यादा को।

सही बुखारी में अबू हुरैरा रदियल्लाहु तआला अन्हुं से मरवी की रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम बच्चों के सामने से गुजरे और बच्चों को सलाम किया।

अंतिम लफ्ज़

अब तक तो आप भी आसानी से सलाम करने का सही और सुन्नत तरीका समझ गए होंगे और अब से दुरुस्त तरीके से सलाम किया करेंगे।

हमने यहां पर अपने जानिब से सभी जरूरी बातें सलाम से जुड़ी बहुत ही साफ़ और आसान लफ्ज़ों में लिखा था जिसे आप आसानी से समझ सकें।

अगर अभी भी आपके मन में कोई सवाल या फिर किसी तरह का कोई डाउट भी हो तो आप हमसे कॉन्टेक्ट मि पेज के ज़रिए जरूर पूछें।

My name is Muhammad Ittequaf and I'm the Editor and Writer of Namazein. I'm a Sunni Muslim From Ranchi, India. I've experience teaching and writing about Islam Since 2019. I'm writing and publishing Islamic content to please Allah SWT and seek His blessings.

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