Istikhara Ki Dua In Hindi । इस्तिखारा की दुआ हिंदी, अरबी और इंग्लिश में

आज यहां पर आप एक बहुत ही बा-बरकत व रहमत भरी दुआ यानी कि Istikhara Ki Dua In Hindi के साथ साथ अरबी और इंग्लिश में भी जानेंगे।

हमने यहां पर इस्तिखारा की दुआ हिंदी, अरबी और इंग्लिश के बहुत ही साफ़ लफ्ज़ों में बताया है जिसे आप आसानी से पढ़ कर समझ जाएंगे।

फिर इसके बाद आपको कहीं पर भी इस्तिखारा की दुआ नहीं देखनी पड़ेगी इसीलिए आप यहां पर ध्यान से इस दुआ को पढ़ कर समझें।

Istikhara Ki Dua In Hindi

अल्लाहुम्मा इन्नी अस्तखिरू क बेइल्मिक व अस्तकदिरु क बे कुदरतिक व अस अलु क मिन फजलिकल अज़ीम फ‌ इन्न‌ क तक्दीरु वला अकदिर व ताअलमु वला आअलम व अन त आलमुल गुयुब अल्लाहुम्म इन कुन त ताअलमु अन्न हाज़ल अम्र खैरूल्ली फि दीनी व मआसी व आकिबती अम्री फक दुरहु ली व यस्सिरहु ली सुम्म बारिकली फिही व इन कुन त ताअलमु अन्न हाजल अम्र सर्रूलि फि दीनी व मआसी व आकिबती अम्री फसरिफहु अन्नि व असरिफनी अन्हुं वकदुर लि यल खैर हयसु का न सुम्म अर्जिनी बिही

Istikhara Ki Dua In Hindi
Istikhara Ki Dua
नोट: हाजल अम्र के जगह पर अपना जरूरत को जुबान से बोलें इस तरह से कि ऐ मेरे अल्लाह इसे मैं करूं या ना करूं?

Istikhara Ki Dua In Arabic

اللَّهُمَّ إِنِّي أَسْتَخِيرُكَ بِعِلْمَكَ، وَأَسْتَقْدِرُكَ بِقُدْرَتِكَ، وَأَسْأَلُكَ مِنْ فَضْلِكَ الْعَظِيمِ، فَإِنَّكَ تَقْدِرُ وَلَا أَقْدِرُ، وَتَعْلَمُ، وَلَا أَعْلَمُ، وَأَنْتَ عَلَّامُ الْغُيُوبِ، اللَّهُمَّ إِنْ كُنْتَ تَعْلَمُ أَنَّ هَذَا الْأَمْرَ- خَيْرٌ لِي فِي دِينِي وَمَعَاشِي وَعَاقِبَةِ أَمْرِي- عَاجِلِهِ وَآجِلِهِ- فَاقْدُرْهُ لِي وَيَسِّرْهُ لِي ثُمَّ بَارِكْ لِي فِيهِ، وَإِنْ كُنْتَ تَعْلَمُ أَنَّ هَذَا الْأَمْرَ شَرٌّ لِي فِي دِينِي وَمَعَاشِي وَعَاقِبَةِ أَمْرِي- فَاصْرِفْهُ عَنِّي وَاصْرِفْنِي عَنْهُ وَاقْدُرْ لِيَ الْخَيْرَ حَيْثُ كَانَ ثُمَّ أَرْضِنِي بِهِ

Istikhara Ki Dua In Arabic

Istikhara Ki Namaz Ka Tarika

Istikhara Ki Dua In English

Allahumma inni Astakhiru Ka Be-ilmik Wa Astakdiru Ka Be Kudratika Wa As Aluka Meen Fazleekal Azeem Fa inna Ka Takdiru Wala Akadir Wa Ta’almu Walaa Aa’alam wa Anta Aalmul Guyub Allahumma inna Kunta Ta’almu Anna Hazal Amra Khairulli Fee Deeni Wa Ma’aasi Wa Aakibati Amri Faq Durhoo Lee Wa Yassirahu Lee Summa Bareekali Fihi wa inna Kunta Ta’almu Anna Hazal Amra Sarruli Fi Deeni wa Ma’aasi Wa Aakibati Amri Fasrifahu Anni Wa Asrifni Anhu Wakadur Liyal Khair Haysu Ka-na Summa Arzini Beehi.

Istikhara Ki Dua Ka Tarjuma

इलाही मैं तुझ से तेरे इल्म के जरिए खैर की दरख्वास्त करता हूं और तेरी कुदरत से तेरी मदद और तेरी इस्तकामत चाहता हूं मैं कादिर नहीं हूं साहबे कुदरत तू है मैं नादान हूं तु दाना है इलाही गैब का इल्म तुझ ही को है इलाही तू जानता है।

यह काम मेरे दीन मेरे दुनिया मेरी आखीरत और मेरा अंजाम में बेहतर है जल्दी या देर में फायदा देने वाली ही चीज़ जो मेरे हक में बेहतर हो और मेरे लिए फायदा बख्श हो वह मेरे लिए मुकद्दर और आसान कर उसमें मुझे बरकत दे।

और अगर ऐसी न हो तो मुझ से दुर रख और जिस जगह मैं हूं वहां मेरे लिए नेकी और आसान कर दे जब तक मैं दुनिया में रहूं मुझे अपने हुक्म में खुशनूद कर तू अरहमर्राहिमीन है।

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Istikhara Ki Dua For Marriage

आपको यह बताते हुए चलें कि शादी के लिए भी इसी दुआ यानी जो दुआ हमने जो इस्तिखारा की दुआ उपर में बताई इसी को पढ़नी है।

हम सभी के लिए शादी में अच्छे रिश्ते को चुनने के लिए हुज़ूर करीम सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ने इस मौके पर नमाज ए इस्तिखारा कि तालिम दी है।

इस्तिखारा का तरीका यह बताया की जब तुम निकाह करने का इरादा करो तो दो रकात नमाज अदा करो और अपने अल्लाह तआला का तारीफ बयां करो।

इसके बाद दुआ ए इस्तिखारा को पढ़ो तो आप भी इसी पर अमल करें और रब का मशवरा जाने इंशाअल्लाह तआला आपके भी हक में बेहतर होगा।

अंतिम लफ्ज़

मेरे प्यारे मोमिनों अब तक तो आप भी आसानी से इस्तिखारा की दुआ को जान कर पढ़ना सीख गए होंगे और अब सही से इस दुआ को पढ़ कर बरकत हासिल करेंगे।

हमने यहां पर हर हर्फ को बहुत ही साफ़ और आसान लफ्ज़ों में बताया था जिसे आप आसानी से पढ़ कर समझ जाएं और अमल में ला कर राय तलब कर सकें।

अगर इसे पढ़ने के बाद भी आपके मन में कोई सवाल या फिर किसी तरह का कोई डाउट भी हो तो आप हमसे कॉमेंट करके ज़रूर पूछें हम जवाब पेश करेंगे।

अगर यह दुआ आपके लिए लाभदायक साबित हुई हो तो आप इस दुआ को ज्यादा लोगों तक पहुंचाएं जिसे सभी लोग सही से इस्तिखारा की दुआ पढ़ सकें।

My name is Muhammad Ittequaf and I'm the Editor and Writer of Namazein. I'm a Sunni Muslim From Ranchi, India. I've experience teaching and writing about Islam Since 2019. I'm writing and publishing Islamic content to please Allah SWT and seek His blessings.