Aaqa Lelo Salam Ab Hamara Lyrics । Full Naat Lyrics In English & Hindi

Aaqa Lelo Salam Ab Hamara Lyrics

Aaqa Lelo Salam Ab Hamara

Saba Tu Madine Ja Ke Kehna Khudara


Aaqa Lelo Salam Ab Hamara


Gam Se Hain Toote Hue Isyaan Mein Doobe Hue

Kar Do Karam Ya Nabi Hai Hanth Phaile Hue

Roz E Mehshar Ummati Ka Aap Hi Sahara


Aaqa Lelo Salam Ab Hamara

Saba Tu Madine Ja Ke Kehna Khudara


Aaqa Lelo Salam Ab Hamara


Gam Se Hain Toote Hue Zulmon Se Loote Hue

Arsa Hua Ya Nabi Qismat Ko Roothe Hue

Roz E Mehshar Ummati Ka Aap Hi Sahara


Aaqa Lelo Salam Ab Hamara

Saba Tu Madine Ja Ke Kehna Khudara


Aaqa Lelo Salam Ab Hamara


Chand Ke Tukde Hue Pedon Ne Sajde Kiye

Sooraj Palat Aa Gaya Ye Mojize Aap Ke

Sari Duniya Par Hai Aaqa Qabza Tumhara


Aaqa Lelo Salam Ab Hamara

Saba Tu Madine Ja Ke Kehna Khudara


Aaqa Lelo Salam Ab Hamara


Noor E Khuda Aap Hain Shaah E Huda Aap Hain

Ae Sarwar E Ambiya Bahr E Sakha Aap Ke

Hai Ye Azmat Rab Ne Tum Par Quraan Utaara


Aaqa Le lo Salam Ab Hamara

Saba Tu Madine Jaa Ke Kehna Khudara


Aaqa Lelo Salam Ab Hamara


Din Raat Roti Hai Ye Ummat Tumhare Liye

Ho Jaae Nazr E Karam Aaqa Hamare Liye

Taiba Ki Galiyon Ka Hum Ko Ho Ab Nazara


Aaqa Lelo Salam Ab Hamara

Saba Tu Madine Ja Ke Kehna Khudara


Aaqa Lelo Salam Ab Hamara


Din Raat Roti Hai Ye Ummat Tumhaare Liye

Ho Jaae Nazr E Karam Aaqa Hamaare Liye

Taiba Ki Un Galiyon Ka Kab Hoga Nazara


Aaqa Le lo Salam Ab Hamara

Saba Tu Madine Ja Ke Kehna Khudara


Aaqa Lelo Salam Ab Hamara


Sab Ambiya Ke Imaam Tum Par Ho Laakhon Salam

Rauze Pe Aae Majeed Kehta Hai Ye Subh O Sham

Zindagi Mein Aas Ka Na Toote Sitara


Aaqa Le lo Salam Ab Hamara

Saba Tu Madine Ja Ke Kehna Khudara


Aaqa Lelo Salam Ab Hamara


आका ले लो सलाम अब हमारा

सबा तू मदीने जा के कहना खुदारा


आका ले लो सलाम अब हमारा


ग़म से हैं टूटे हुए इस्यां में डूबे हुए

कर दो करम या नबी हैं हाथ फैले हुए

रोज ए महशर उम्मती का आप ही सहारा


आका ले लो सलाम अब हमारा

सबा तू मदीने जा के कहना खुदारा


आका ले लो सलाम अब हमारा


ग़म से हैं टूटे हुए ज़ुल्मों से लूटे हुए

अर्सा हुआ या नबी क़िस्मत को रूठे हुए

रोज ए महशर उम्मती का आप ही सहारा


आका ले लो सलाम अब हमारा

सबा तू मदीने जा के कहना खुदारा


आका ले लो सलाम अब हमारा


चांद के टुकड़े हुए पेड़ों ने सज्दे किए

सूरज पलट आ गया ये मोजिज़े आप के

सारी दुनिया पर है आका क़ब्ज़ा तुम्हारा


आका ले लो सलाम अब हमारा

सबा तू मदीने जा के कहना खुदारा


आका ले लो सलाम अब हमारा


नूर ए खुदा आप हैं शाह ए हुदा आप हैं

ऐ सरवर ए अंबिया बहर ए सख़ा आप हैं

है ये अज़मत रब ने तुम पर क़ुरआं उतारा


आका ले लो सलाम अब हमारा

सबा तू मदीने जा के कहना खुदारा


आका ले लो सलाम अब हमारा


दिन रात रोती है ये उम्मत तुम्हारे लिए

हो जाए नजर ए करम आका हमारे लिए

तैबा की गलियों का हम को हो अब नज़ारा


आका ले लो सलाम अब हमारा

सबा तू मदीने जा के कहना खुदारा


आका ले लो सलाम अब हमारा


दिन रात रोती है ये उम्मत तुम्हारे लिए

हो जाए नजर ए करम आका हमारे लिए

तैबा की उन गलियों का कब होगा नज़ारा


आका ले लो सलाम अब हमारा

सबा तू मदीने जा के कहना खुदारा


आका ले लो सलाम अब हमारा


सब अंबिया के इमाम तुम पर हो लाखों सलाम

रौज़े पे आए मजीद कहता है ये सुब्ह ओ शाम

ज़िंदगी में आस का न टूटे सितारा


आका ले लो सलाम अब हमारा

सबा तू मदीने जा के कहना खुदारा


आका ले लो सलाम अब हमारा


My name is Muhammad Ittequaf and I'm the Editor and Writer of Namazein. I'm a Sunni Muslim From Ranchi, India. I've experience teaching and writing about Islam Since 2019. I'm writing and publishing Islamic content to please Allah SWT and seek His blessings.